नई दिल्ली: Immunity-boosting yoga: कोविड-19 के दौरान जिस चीज की सबसे ज्यादा कमी देखने को मिली वह थी हमारी इम्यूनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता, और ये मजबूत इम्यूनिटी ही थी जिसने लोगों को कोरोना जैसी महामारी से बचाये रखा. वैसे तो इम्यूनिटी बूस्ट (Immunity-boosting) करने के कई उपाय हैं जैसे बेहतर जीवनशैली, सही खानपान, एक्सरसाइज और डॉक्टर की सुझाई दवाईयां, परंतु योगा इम्यूनिटी को मजबूत बनाने में अत्यधिक कारगर है. ये प्राकृतिक उपाय है जिससे आप आसानी से अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ आपके फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता और मसल्स की मजबूती को भी बढ़ाएंगे.
- अनुलोम-विलोम प्राणायाम – इस आसन में आलती-पालती मारकर बैठा जाता है और सांस लेने और छोड़ने की क्रिया की जाती है. इसे 5 मिनट तक किया जाता है. इससे इम्यूनिटी सिस्टम के साथ ही श्वास प्रणाली भी बेहतर होती है.
- ताड़ासन- इसे माउंटेन पोज भी कहते हैं. इसमें सीधे खड़े होकर हाथों को ऊपर की तरफ खींचा जाता है. इससे पाचन, शारीरिक और मानसिक क्षमता में वृद्धि होती है जो इम्यूनिटी बढ़ाने (Immunity-boosting) में फायदेमंद है.
- वृक्षासन – इसमें सीधे खड़े होकर एक पैर को घुटने तक मोड़ा जाता है और दोनों हाथों का ऊपर उठा कर जोड़ा जाता है. इससे शारीरिक और मानसिक बैलेंस बढ़ता है. माइग्रेन की समस्या से पीड़ित व्यक्ति को ये आसन करने से बचना चाहिए.
भुजंगासन – पेट के बल लेटकर, दोनों हाथों को शरीर के दोनों तरफ रखकर ऊपर की और सिर ले जाते हुए इस आसन को किया जाता है. इससे इम्यूनिटी के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन, पाचन क्रिया मसल्स भी इम्प्रूव होते हैं. - पश्चिमोत्तासन – इसमें घुटनों को हल्का उठाकर सीधे बैठी जाता है और दोनों हाथों को पैरों के दोनों तरफ रख कर झुका जाता है. इससे ब्लड का फ्लो बेहतर होता है और फ्रेश ब्लड दिमाग तक जाता है जिससे एंग्जाइटी से भी राहत मिलती है
- बालासन – इस आसन में घुटने मोड़कर आगे की तरफ झुकते हुए दोनों हाथों को जोड़कर आगे रखा जाता है. इससे स्ट्रेस से राहत मिलती है, मसल्स रिलैक्स होती हैं और इम्यूनिटी बढ़ती (Immunity-boosting) है.
- मत्सयासन – इस आसन में पीठ के बल लेटकर हाथ जांघों के पास रखे जाते हैं और कंधो को ऊपर की और उठाया जाता है. इससे छाती, एब्स और गर्दन जैसे अंगों को फायदा मिलता है.
- अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.